जगदलपुर । कंपनी के अनुबंध के आड़ में बैलाडीला के पहाड़ियों से डस्ट के नाम पर छोटे स्तर के लोह अयस्क जिसे आलू माल के नाम से जाना जाता है जिसकी तस्करी करते हुए वन विभाग की टीम ने तीन ट्रक को जप्त किया है । लौह अयस्क से भरी ट्रक को वन विभाग के परिसर में रखा गया है । वन विभाग के अधिकारी यह हवाला दे रहे है कि जांच के बाद वाहन पर राजसात की कार्रवाई की जायेगी । प्रथम दृष्टिया यह लौह अयस्क वन क्षेत्र से अवैध परिवहन होना पाया गया है । जब्त लौह अयस्क अर्सेलर मित्तल कंपनी की पर्ची पर रायपुर आरती स्पंज कंपनी को अवैध ढंग से परिवहन किए जाने का वन विभाग ने खुलासा किया है । कर्मचारियों ने बताया कि डस्ट परिवहन के नाम पर अर्सेलर मित्तल कंपनी के पर्ची पर रायपुर के एक स्पंज कंपनी को अवैध ढंग से लौह अयस्क परिवहन की बात कही जा रही है ।
खबर है कि मित्तल कंपनी के अधिकारी अपना बचाव करने जोड़तोड़ में लगे है । दंतेवाड़ा जिले के बैलाडीला के पहाड़ियों से अवैध ढंग से लौह अयस्क उत्खनन कर माफियाओं के द्वारा तस्करी किए जाने की जानकारी आये दिन प्रशासन को मिलती है लेकिन अब तक उन तस्करों के खिलाफ ठोस कार्रवाई नहीं होने से लौह अयस्क तस्करों के हौसले बुलंद है । खनिज विभाग की उदासिनताः दंतेवाड़ा जिले से अरबो के लौह अयस्क उत्खनन का कार्य किया जाता है जहां पदस्थ खनिज विभाग की उदासिननता के कारण रोजाना लौह अयस्क के उत्खनन एवं परिवहन किया जा रहा है और विभाग को खबर तक नहीं । ऐसे अधिकारियों पर भी लौह तस्करों से सांठगांठ होने की बात सामने आने लगी है । वन विभाग ने तीन टुक किया जब्तः कार्यालय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बैलाडीला की पहाड़ियों से बचेली वन परिक्षेत्र के गुमियापाल इलाके से डस्ट के नाम पर छोट स्तर के वन विभाग मामले के लिपापोती में जुटाः खबर है कि वन विभाग के कर्मचारियों ने तीन ट्रको को अवैध लौह अयस्क परिवहन मामले में जब्त कर अपनी जिम्मेदारी तो निभा दी है खबर है कि जिम्मेदार अधिकारी 00 लौह अयस्क का अवैध परिवहन किए जाने की सूचना विभाग को मिली थी । वन विभाग की टीम 19 अप्रैल को लौह अयस्क से भरी तीन ट्रक को वनोपज जांच नाका पातररास से जब्त किया । उक्त तीनों ट्रकों को वन विभाग के परिसर में जब्त कर रखा गया है ।
आलू माल क्या है ? : जानकारों की माने तो बैलाडीला के पहाड़ियों के आसपास छोटे स्तर के लोहा पत्थर पाये जाते जिसका आकार आलू की तरह होता है इसलिए इसे आलू माल के रूप में जाना जाता है । इस आलू माल पर लौह अयस्क तस्करों के नजर होती है ऐसे तस्कर डस्ट के परिवहन के नाम पर आये दिन छोटे आकार के लोहा पत्थर की तस्करी कर स्पंज आयरनो तक पहुंचाकर शासन को करोड़ों के राजस्व का चुना लगा रहे है जिसमें खनिज विभाग के मिलीभगत होने की खबर है । अर्सेलर मित्तल कंपनी के पर्ची पर परिवहन : जांच नाका में तैनात वन विभाग के मामले में लिपापोती करने में जुटे है । जिस कंपनी के पर्ची पर अवैध परिवहन का खुलासा हुआ है उस कंपनी को पांद दिन बाद भी बयान दर्ज कराने नोटिस जारी नहीं किया गया है । उक्त कंपनी के खिलाफ कार्रवाई करने विभाग रूचि नहीं दिखा है । मुख्य आरोपी को पिछले दरवाजे से क्लीन चीट देने का भी प्लान तैयार किए जाने की खबर है । राजसात की कार्रवाई की जायेगी : डीएफओ दंतेवाड़ा के डीएफओ ने बताया कि लौह अयस्क के अवैध परिवहन मामले में तीन ट्रक को जांच नाका में जांच के दौरान जप्त किया गया है । जब्त ट्रको को राजसात की कार्रवाई की जायेगी जिसकी प्रक्रिया चल रही है । एक प्रश्न जवाब में उन्होंने कहा कि मित्तल कंपनी की पर्ची पर अवैध परिवहन पाया जाता है तो उसकी भी जांच कराई जायेगी और यह भी जांच कराई जा रही है कि उक्त लौह अयस्क वन विभाग के किसी इलाके से लोड किया गया है ।