अस्तित्व खो चुके उड़िया नाटक सीताराम को मिला नया जीवन

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  • नए तेवर के साथ प्राचीन नाटक की प्रस्तुति का मार्ग प्रशस्त किया बस्तर विधायक लखेश्वर बघेल ने


जगदलपुर अस्तित्व खो चुका प्राचीन उड़िया नाटक सीताराम अब फिर से लोगों के मनोरंजन के लिए तैयार है। इस लोकप्रिय नाटक को नया जीवन बस्तर के विधायक लखेश्वर बघेल के प्रयासों से मिल पाया है। ग्राम पंचायत कोसमी के आश्रित पारा लिंबोगुड़ा में प्राचीन नाटक सीताराम के नए स्वरूप का शुभारंभ बस्तर क्षेत्र के विधायक लखेश्वर बघेल ने किया।


ग्राम पंचायत कोसमी के आश्रित पारा लिंबोगुड़ा में 35 वर्ष पहले ओड़िशा से एक आध्यात्मिक गुरु आए थे, जिन्होंने सीताराम नाटक का मंचन करने की कला बस्ती के युवाओं को सिखाई थी। उस वक्त यह नाटक काफी चर्चित और लोकप्रिय हुआ था। मंचन में दक्ष होने के बाद बस्ती के युवा कलाकार गांव गांव में जाकर इस नाटक का मंचन कर ग्रामीणों का मनोरंजन करते थे। ओड़िशा से आए आध्यात्मिक गुरु के निधन के बाद नाटक का मंचन बंद हो गया।

जो युवा नाटक का मंचन किया करते थे, वे भी दूसरे कामों में रम गए। नई पीढ़ी तक यह नाटक पहुंच नहीं पाया। क्योंकि कोई सिखाने वाला नहीं रह गया था। यहां तक कि आध्यात्मिक गुरु के बेटे ने भी इस नाटक को अगली पीढ़ी तक न तो पहुंचाने का प्रयास किया और ना ही किसी को सिखाया। बस्तर के विधायक लखेश्वर बघेल बचपन में यह नाटक देखा करते थे। विधायक चुने जाने के बाद उन्होंने इस नाटक को फिर से अस्तित्व में लाने का फैसला कर लिया था। श्री बघेल की पहल पर आध्यात्मिक गुरु के पोते लखीधर ने सीताराम नाटक को नया रुप देकर अपने दादा की कला यात्रा को आगे बढ़ाना शुरू किया। बस्ती में नाटक के मंचन और अभ्यास का शुभारंभ विधायक बघेल ने किया। इस अवसर पर ग्रामीणों को संबोधित करते हुए श्री बघेल ने कहा कि हर इंसान के अंदर कोई न कोई कला और प्रतिभा जरूर छुपी रहती है।पहले नाट्य कलाकार इस तरह के नाटकों और देवताओं की लीला का मंचन कर लोगों का मनोरंजन करते थे। आज टीवी, सिनेमा के जरिए लोगों का मनोरंजन हो रहा है। श्री बघेल ने इस बात पर खुशी जाहिर की कि विलुप्त हो चुकी नाट्य परम्परा को अब नया जीवन मिल गया है। उन्होंने कहा कि बस्तर के पचासों युवक युवतियां अपनी कला और प्रतिभा के बल पर देश दुनिया में शोहरत और धन कमा रहे हैं। बस्तर की भाषा हल्बी गीत नृत्य के वीडियो काफी लोकप्रिय हो रहे हैं। लोल बघेल ने नाटक सीताराम के मंचन की ठोस पहल करने के लिए लखीधर को शुभकामनाएं दी।
इस अवसर पर सांसद प्रतिनिधि जगमोहन बघेल, बस्तर मछुआ कांग्रेस के जिला अध्यक्ष मधु निषाद, पांचो राम, विद्याधर, एनएसयूआई के जिला अध्यक्ष नीलम कश्यप, डमरूधर राणा, सुखराम, लखीधर, चमरू राम, मोतीसिंह बघेल, सोनसिंह, जयराम नागेश, राजेश कुमार, एवं बड़ी संख्या में ग्रामवासी उपस्थित थे।