डौंडी :- जनता द्वारा चुने गए प्रतिनिधित्व को जब अपने ही दल में पूछ परख ना मिलने लगे तो वह राजनीति में स्वयं को ठगा सा महसूस करने लगता है। जिसका उदाहरण कई बार देखने
व सुनने को मिलता आ रहा है। मगर केंद्र में बीजेपी की सरकार व राज्य में क्षेत्र के सांसद व ब्लाक में पार्टी का संगठन होने के बावजूद आखिरकर ऐसी परिस्तिथि क्यों आ रही कि बीजेपी के ही जनप्रतिनिधि अपने ही पार्टी का दामन छोड़कर सत्तारूढ़ पार्टी की ओर आकर्षित हो रहे है। ताजा मामला बालोद जिला के आदिवासी ब्लाक डौंडी क्षेत्र का है जहाँ गत जनपद चुनाव में बीजेपी समर्पित कट्टर ज्योति कोमलेन्द्र चंद्रकार क्षेत्रवासियों की पसंद से जनपद सदस्य चुनकर आयी और महज एक साल के भीतर अपने ही पार्टी से उनका मोह भंग होता चला गया। जिसकी पारखी नजर हर दल के लोग रखते आते रहते है। लेकिन डौंडी क्षेत्र क्रमांक 12 जनपद सदस्य ज्योति चंद्रकार जो कि स्वयं कांग्रेस पार्टी की नीति से प्रभावित होकर मंत्री प्रतिनिधि पीयूष सोनी से संपर्क कर महिला बाल विकास विभाग मंत्री अनिला भेड़िया के समक्ष अन्य ग्राम पंचायत काडे के उपसरपंच व अपने कई साथियों संग मंत्री निवास रायपुर जाकर कांग्रेस पार्टी का दामन थामना मंत्री प्रतिनिधि पीयूष सोनी व ब्लाक कांग्रेस कमेटी कार्यवाहक अध्यक्ष कोमेश कोर्राम की कुशल नेतृत्व को दर्शा रहा है।
गौरतलब है कि बीजेपी के युवा कोमलेंद्र चंद्रकार की पृष्ठभूमि शुरुवात से ही भाजपा मय रहा है। लेकिन उन्ही के अनुसार उन्होंने प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल की किसान नीति व अन्य लोकहितकारी योजनाओ से प्रभावित होकर बकौल कांग्रेस पार्टी में प्रवेश किया। बता दे कि कुछ माह पूर्व ही ग्राम के कई युवा वर्ग मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की जनकल्याणकारी योजनाओं से प्रभावित होकर पार्टी की सदस्यता मंत्री प्रतिनिधि पीयूष सोनी व उनकी टीम के नेतृत्व में सदस्यता ग्रहण किया है जो कांग्रेस के लिये शुभ संकेत माना जा रहा है।