महिला कर्मी को डिफॉल्टर कहते हैं संयुक्त संचालक स्वास्थ्य

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  • नेत्र सहायक अधिकारी ने सीनियर अफसर पर लगाए गंभीर आरोप
  • महिला स्वास्थ्य कर्मी के खिलाफ डिफाल्टर, ओवर स्मार्ट बनती है, जैसे जुमलों का करते हैं प्रयोग

तोकापाल क्या कोई वरिष्ठ अधिकारी अपनी मातहत महिला कर्मचारी के खिलाफ तू, तड़ाक की भाषा और तू ओवर स्मार्ट बनती है, तू तो मोस्ट डिफाल्टर है, जैसे निहायत घटिया जुमलों का प्रयोग कर सकता है ? आप कहेंगे – हरगिज नहीं। मगर बस्तर संभाग में ऐसी अपसंस्कृति का दौर चल रहा है। बस्तर के संयुक्त संचालक स्वास्थ्य सेवाएं पर ऐसे ही गंभीर आरोप लगे हैं।स्वास्थ्य विभाग में पदस्थ महिला नेत्र सहायक अधिकारी सोनिया प्रमोद यादव ने बस्तर संभाग के मौजूदा संयुक्त संचालक स्वास्थ्य सेवाएं डॉ. डी. राजन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। सोनिया प्रमोद यादव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तोकापाल के अधीन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र टाहकापाल में नेत्र सहायक अधिकारी के पद पर कार्यरत हैं। श्रीमती यादव ने एक बयान जारी कर कहा है कि डॉ. डी राजन जब बस्तर के मुख्य चिकित्सा एवं जिला स्वास्थ्य अधिकारी थे तब से वे उन्हें (श्रीमती यादव) प्रताड़ित करते आ रहे हैं। 6 जनवरी 2022 को हुई नेत्र सहायक अधिकारियों की मासिक बैठक में डॉ. डी राजन ने बतौर मुख्य चिकित्सा एवं जिला स्वास्थ्य अधिकारी सभी नेत्र सहायक अधिकारियों के बीच मेरा नाम लेकर पूछा था कि सोनिया यादव आई है क्या? इसके बाद डॉ. राजन ने बिना वजह मुझे ‘ यह तो मोस्ट डिफाल्टर है ‘ कहते हुए सोनिया यादव को सरेआम अपमानित किया था। इसके पहले डॉ. डी राजन ने शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जगदलपुर में मुझे सभी कर्मचारियों की मौजूदगी में मेरी तरफ उंगली दिखाकर धमकी देते हुए कहा था कि ‘ तू बहुत ओवर स्मार्ट बनती है, तू मुझे जानती नहीं है, मैं कितना पावरफुल हूं। मैं तुम्हारे ऊपर आरोप लगाकर तुम्हारा इंक्रिमेंट रुकवा दूंगा और तुम्हारे द्वारा आहरित वेतन की रिकवरी करवा दूंगा।’ श्रीमती यादव ने आगे कहा है कि 25 जनवरी 2023 को उनकी ड्यूटी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तोकापाल के नेत्र विभाग के ओपीडी में लगाई गई थी। अचानक तबीयत खराब हो जाने के कारण वे उस दिन वे ड्यूटी पर नहीं जा पाई, मगर इसकी विधिवत सूचना उन्होंने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र टाहकापाल में दे दी थी। तब सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तोकापाल के आकस्मिक निरीक्षण पर पहुंचे संयुक्त संचालक स्वास्थ्य सेवाएं डॉ. डी राजन ने 25 जनवरी 2023 की तिथि में उन्हें (श्रीमती यादव ) अनुपस्थित बताकर स्पष्टीकरण देने एवं उनके एक दिन के वेतन की कटौती कर इसका उल्लेख सेवा पुस्तिका में करने के निर्देश खंड चिकित्सा अधिकारी तोकापाल को दिए थे। श्रीमती यादव ने 28 जनवरी को बीएमओ तोकापाल के समक्ष स्पष्टीकरण प्रस्तुत कर दिया था, मगर स्पष्टीकरण को संतोषजनक नहीं मानते हुए वेतन कटौती की कार्रवाई करते हुए इस तथ्य को सेवा पुस्तिका में इंद्राज कर दिया गया।

जिला प्रशासन एक बार करा चुका है सुलह

जब डॉ. राजन मुख्य चिकित्सा एवं जिला स्वास्थ्य अधिकारी थे तब उनके द्वारा बार बार प्रताड़ित और अपमानित किए जाने से परेशान होकर सोनिया प्रमोद यादव ने मामले की शिकायत जिला प्रशासन बस्तर से की थी। उस समय जिला प्रशासन ने दोनों के बीच सुलह भी करवाई थी। उस दौरान डॉ. राजन ने जिला प्रशासन के अधिकारियों के समक्ष आश्वासन दिया था कि भविष्य में वे इस तरह के कृत्य की पुनरावृति नहीं करेंगे। सोनिया यादव का कहना है कि संयुक्त संचालक बनने के बाद डॉ. राजन ने उन्हें प्रताड़ित करने का सिलसिला और तेज कर दिया है। वे आएदिन तोकापाल और टाहकापाल के दौरे पर पहुंच जाते हैं और सबसे पहले यही सवाल करते हैं कि सोनिया यादव कहां है? वे तोकापाल के खंड चिकित्सा अधिकारी पर दबाव डालकर सोनिया यादव के खिलाफ बेवजह कार्रवाई करने के लिए कहते हैं।

मुझे कोई क्षति हुई, तो डॉ. राजन होंगे जिम्मेदार

सोनिया प्रमोद यादव ने कहा है कि संयुक्त संचालक स्वास्थ्य सेवाएं डॉ. डी राजन वे उन्हें बात बेबात प्रताड़ित करते आ रहे हैं। मेरी कोई गलती न रहते हुए भी डॉ राजन बीएमओ को मेरे खिलाफ कार्रवाई के लिए बाध्य करते रहते हैं। अनुपस्थित पाए जाने वाले अन्य कर्मचारियों के खिलाफ न तो वेतन कटौती की कार्रवाई की जाती है, न ही उनसे किसी तरह का सवाल जवाब किया जाता है। डॉ. राजन हमेशा सोनिया यादव को ही टारगेट करते हैं। उनके रवैए से प्रतीत होता है कि वे सोनिया यादव से व्यक्तिगत खुन्नस निकालने पर तुले हुए हैं। सोनिया यादव ने कहा है कि ‘ डॉ. राजन द्वारा बार बार अपमानित और प्रताड़ित किए जाने से मैं मानसिक रूप से बेहद परेशान हो चली हूं और हमेशा तनावग्रस्त व अवसादग्रस्त रहती हूं। इन परिस्थितियों में अगर मुझे किसी तरह की मानसिक अथवा शारीरिक क्षति पहुंचती है, तो इसके लिए सिर्फ और सिर्फ डॉ. डी राजन ही जिम्मेदार होंगे।

कोई जानकारी नहीं है

मुझे और मेरे कार्यालय को उक्त मामले के संबंध में अब तक कोई जानकारी नहीं मिली है और न ही किसी तरह की शिकायत प्राप्त हुई है। शिकायत प्राप्त होने पर उसका अध्ययन करने के बाद ही कोई कदम उठाया जाएगा।

डॉ. चतुर्वेदी मुख्य चिकित्सा एवं जिला स्वास्थ्य अधिकारी, बस्तर