- पिछले साल बारिश में ढह गया था इस गरीब का कच्चा मकान
- मकान ढहने के बाद पंचायत के शेड तले गुजारा कर रहा था कुनबा
- नया मकान बनने से खुश परिवार ने बस्तर कलेक्टर का माना आभार
बस्तर जिले की भानपुरी तहसील अंतर्गत ग्राम पंचायत भानपुरी के ग्राम रतेंगा 2 निवासी कंडरा आदिवासी समुदाय के ग्रामीण झुमरू राम कश्यप का कच्चा मकान बीते मानसून सीजन के दौरान बरसात में ढह गया था। मकान में रखे कपड़े, बर्तन, अनाज, कुछ नकदी रकम और अन्य सामान पूरी तरह नष्ट हो गए थे। तब इस परिवार पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा था। बांस से टोकरी, सूपा, झांउंहा आदि बना और बेचकर परिवार का भरण पोषण करने वाले झुमरू के सारे औजार भी तबाह हो गए थे,
लिहाजा वह नए सिरे से अपना परम्परागत व्यवसाय को भी शुरू नहीं कर पा रहा था। एक तरफ छांव की दरकार थी, तो दूसरी तरफ व्यवसाय फिर से शुरू करने की चुनौती। इन सबसे जूझते हुए झुमरू राम कश्यप ने ग्राम पंचायत के एक भवन के बाजू में वाहनों की पार्किंग के लिए बनाए गए टीन शेड को अपना ठौर बना लिया। महज 12 वर्ग फीट के टीन शेड में झुमरू राम, उसकी पत्नी सुकाली बाई, बेटी कमली व प्रमिला तथा बेटे परमेश्वर किसी तरह दिन व्यतीत करते आ रहे थे। बच्चे पढ़ाई करते हैं, लिहाजा टीन शेड के एक हिस्से को पुरानी साड़ी का पर्दा लगाकर बच्चों के लिए अध्ययन कक्ष बना लिया गया था। शेष भाग को रसोई घर और शयन कक्ष के रूप में यह परिवार उपयोग करता आ रहा था। इस समाचार पत्र ने जब झुमरू राम कश्यप की व्यथा को उजागर किया, तब बस्तर जिला प्रशासन ने फौरी मदद के रूप में 60 हजार रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान की थी। बाद में मकान निर्माण के लिए कलेक्टर चंदन कुमार ने झुमरू राम को और मदद भेजी। झुमरू राम ने स्वयं तथा उसकी पत्नी सुकाली बाई व भतीजे ने मिलजुल कर मकान निर्माण शुरू किया। एसबेस्टस की शीट वाले छोटे छोटे दो कमरों का पक्का मकान तैयार कर लिया गया है। अभी मकान में दीवारों के प्लास्टर का काम बाकी है।
व्यवसाय शुरू करने के लिए भी मदद की जरूरत
झुमरू राम व उसके भतीजे ने बताया कि नया मकान बन जाने से पूरा परिवार बहुत खुश है। झुमरू राम व सुकाली बाई ने कलेक्टर चंदन कुमार के प्रति आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि कलेक्टर कुमार और बस्तर के अनुविभागीय दंडाधिकारी वर्मा ने सदाशयता दिखाई है, हम उनका यह एहसान जिंदगी भर नहीं भूलेंगे। झुमरू राम ने कलेक्टर चंदन कुमार और एसडीएम वर्मा से पैतृक व्यवसाय शुरू करने के लिए बांस और औजार खरीदने के लिए भी आर्थिक मदद की गुजारिश की है।