बस्तर पुलिस के हत्थे चढ़ा अंतर राज्यीय गांजा तस्कर गिरोह

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  • यात्री बस के जरिए आरोपी कर रहे थे चार बैग में गांजा की तस्करी
  • 37 किलो गांजा के साथ उत्तरप्रदेश और मध्यप्रदेश के 3 आरोपी धराए

बस्तर स्थानीय पुलिस ने अंतर राज्यीय गांजा तस्कर गिरोह को पकड़ने में सफलता हासिल की है। गिरोह के तीन सदस्य पुलिस के हत्थे चढ़े हैं। आरोपी उत्तरप्रदेश और मध्यप्रदेश के निवासी बताए गए हैं। बस्तर के पुलिस उप महानिरीक्षक एवं जिला पुलिस अधीक्षक जितेंद्र सिंह मीणा एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक निवेदिता पॉल के मार्गदर्शन में अपराधी तत्वों तथा नशे का अवैध कारोबार करने वालों के खिलाफ व्यापक अभियान चलाया जा रहा है। बस्तर थाना पुलिस भी लगातार कार्यवाही कर रही है। इसी कड़ी में बस्तर थाना पुलिस को खबर मिली कि कुछ लोग यात्री जगदलपुर से रायपुर जा रही एक यात्री बस में सवार हैं और अपने साथ गांजा की बड़ी खेप रखे हुए हैं। बस्तर थाना के नगर निरीक्षक लीलाधर राठौर ने इसकी सूचना एसडीओ पुलिस घनश्याम कामड़े तथा अन्य वरिष्ठ अफसरों को दी और उनसे मार्गदर्शन लेकर गांजा तस्करों को पकड़ने के लिए जाल बिछाया। बस्तर में पुलिस थाना के सामने टीआई लीलाधर राठौर के नेतृत्व में यात्री बसों और अन्य वाहनों की चेकिंग शुरू की गई। चेकिंग के दौरान रायपुर जा रही यात्री बस में संदेह के आधार पर रोहित शुक्ला उर्फ राजा को पकड़ा गया। उसके पास से चार बैग बरामद किए गए, जिनमें कुल 37 किलो 300 ग्राम गांजा भरा हुआ था। रोहित शुक्ला उत्तरप्रदेश के प्रयागराज जिले के लीलापुर का निवासी है। पुलिस टीम को देख रोहित के दो साथी दूसरी बस में सवार होकर भागने लगे। बस्तर थाना पुलिस ने रास्ते में पड़ने वाले तमाम पुलिस थानों को इसकी सूचना भेज दी। स्थानीय थाने के जवान भाग रहे आरोपियों का पीछा करने लगे। अंततः कांकेर में वहां की पुलिस की मदद से आरोपी सतीश पटेल निवासी लीलापुर खुर्द जिला प्रयागराज और सुधीर सिंह उर्फ बाबा कुर्मी निवासी चुनरी थाना सोहगी जिला रीवा मध्यप्रदेश को पकड़ लिया गया। तीनों आरोपियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर उन्हें रिमांड पर जेल भेज दिया गया है। गांजा तस्करों को पकड़ने में टीआई लीलाधर राठौर, उप निरीक्षक प्रेमकुमार झा, प्रधान आरक्षक सुनील मनहर, वीरेंद्र यादव, नारायण नरेंद्र कुमार, आरक्षक दुलारू आडिल, गंगाधर निषाद, लिटीराम मौर्य एवं कोतवाली थाना कांकेर के उप निरीक्षक कुलदीप राय तथा अन्य पुलिस कर्मियों का विशेष योगदान रहा।