माड़ क्षेत्र के लोगों दें शासकीय योजनाओं में प्राथमिकता : धावड़े

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  • कमिश्नर ने की नारायणपुर जिले में योजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा

नारायणपुर बस्तर संभाग के कमिश्नर श्याम धावड़े ने कहा है कि नारायणपुर जिले में सभी शासकीय योजनाओं का क्रियान्वयन जमीनी स्तर पर किया जाए और योजनाओं का लाभ प्राथमिकता के तौर पर यहां के स्थानीय नागरिकों व माड़ एरिया के लोंगों को दिया जाए। कमिश्नर ने जिले में मसाहती गांव का सर्वे कार्य और मसाहती पट्टा धारक 720 किसानों के द्वारा धान का समर्थन मूल्य में विक्रय किए जाने की सराहना की। उन्होंने माड़ एरिया के सभी हितग्राहियों के लिए राशन कार्ड व आयुष्मान कार्ड बनाने के साथ ही विशेष पिछड़ी जनजातियों को भी सभी योजनाओं का लाभ देने के निर्देश दिए। जिला कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित बैठक में कलेक्टर अजित वसंत, सीईओ जिला पंचायत देवेश ध्रुव, डिप्टी कमिश्नर माधुरी सोम और सभी विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे। कमिश्नर श्री धावड़े ने वन अधिकार मान्यता पत्र, देवगुड़ी, मातागुड़ी, घोटुल के लिए सामुदायिक वन अधिकार पत्र, एफआरए धारकों के लिए हितग्राहीमूलक कार्यों पर अमल, कौशल विकास के तहत प्रशिक्षण व्यवस्था, ओरछा क्षेत्र के विकास कार्य, जाति प्रमाण पत्र बनाने, किसानों के केसीसी व ई केवायसी कार्य पूर्ण करने, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा के ग्रामीण क्षेत्र के विकास कार्य, नारायणपुर से बारसूर बस सेवा, सी-मार्ट के संचालन, रीपा के विकास कार्य और जिले के नवाचार के सम्बंध में अधिकारियों से चर्चा की। कमिश्नर ने देवगुड़ी, मातागुड़ी घोटुल जैसे जगहों को सामुदायिक वन अधिकार के तहत देव स्थलों को पर्याप्त जगह देने के निर्देश दिए। उन्होंने अबूझमाड़ के देवगुड़ी परिसरों में स्वास्थ्य शिविर लगाने के निर्देश दिए। स्थानीय स्तर पर अकुशल श्रमिकों को रोजगार के अवसर देने हेतु जिले में खनन करने वाली कंपनियों से वार्ता कर रोजगार की व्यवस्था हेतु निर्देश भी धावड़े ने अधिकारियों को दिए।

बालिका आवसीय शिक्षा केंद्रों में लगेंगे पर्दे

कमिश्नर ने बैठक में अंदरूनी क्षेत्र में शिक्षकों की उपस्थिति, बालिका आवसीय शिक्षा केंद्रों में पर्दे की व्यवस्था करने, सामूहिक विवाह कार्यक्रम स्थानीय रीति रिवाजों से करने और भवन विहीन उचित मूल्य की दुकानों के लिए भवन निर्माण कार्य को जल्द पूर्ण करने के निर्देश दिए। कलेक्टर वसंत ने जिले में नवाचार के तहत दिव्यांग स्कूलों की स्थापना, लाइब्रेरी की स्थापना, स्कूली स्तर के प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी हेतु कोचिंग की व्यवस्था, मिलेट कैफे की स्थापना की जानकारी दी।