- काजू, मिलेट्स से बने बिस्किट्स और चिकी का लिया स्वाद, कहा – बस्तर के उत्पादों का जायका लाजवाब
- मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ प्रियंका गांधी ने हितग्राहियों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी को भी सराहा
जगदलपुर बस्तरवासियों की मेहमाननवाजी, जिंदादिली और कलाधर्मिता ने अभा कांग्रेस कमेटी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी का दिल जीत लिया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा यहां के आदिवासियों के समग्र उत्थान के लिए चलाई जा रही योजनाओं से भी श्रीमती गांधी प्रभावित नजर आईं। प्रियंका गांधी बस्तरिहा संस्कार की मुरीद बन गईं। गुरुवार को जगदलपुर में आयोजित भरोसे का सम्मेलन में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल व कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि प्रियंका गांधी ने विभिन्न योजनाओं के हितग्राहियों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन किया। प्रियंका गांधी ने हितग्राहियों की मेहनत और उनकी कामयाबी की जमकर सराहना की। उन्होंने कहा कि बस्तर में बने उत्पाद बेहतरीन हैं। यहां का काजू, मिलेट्स से बनी चिकी और बिस्किट का स्वाद लाजवाब है। यहां के लोग जितने अच्छे हैं, उनकी कारीगरी भी उतनी ही बढ़िया है। बस्तर के लोग रिश्ता जोड़ना जल्दी जानते हैं। एक स्टॉल में एक महिला ने मुझे अपने हाथ से बनाई आइसक्रीम दी, लेकिन यह भी कहा कि दीदी आपको मंच से बोलना है, आप इसे अभी मत खाइए, नहीं तो आपका गला खराब हो जाएगा । ये आत्मीयता है बस्तर के लोगों की। आज सरकार की मदद से बस्तर में बने उत्पादों को बाजार मिला है और कारीगरों को अच्छा लाभ हो रहा है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने श्रीमती गांधी को स्टॉलों में लगे उत्पादों की जानकारी दी। एसएचजी की महिलाओं ने प्रियंका गांधी वाड्रा को कोसा की साड़ी भेंट की। आमचो बस्तर स्टॉल में श्रीमती गांधी ने मिट्टी एवं तांबे के बर्तन की ढलाई करते कारीगरों से बात की। उन्होंने मनवा नवानार स्टॉल पर बस्तर में राज्य सरकार के विश्वास, विकास और सुरक्षा की उपलब्धियों को सराहा।
बस्तर की ‘शेरनियों’ के साथ खिंचवाई तस्वीर
प्रियंका गांधी वाड्रा ने पुलिस की बस्तर फाइटर्स फोर्स की महिला जवानों से बातचीत की और उनके साथ फोटो खिंचवाई। श्रीमती गांधी ने बस्तर की इन शेरनियों की जिंदादिली की सराहना भी की। प्रदर्शनी में बस्तर संभाग के सभी जिलों द्वारा लगाई गई उनके जिले में महिला समूहों द्वारा किए जा रहे उल्लेखनीय कार्यों या नवाचार योजनाओं से संबंधित प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया। बस्तर जिले ने फोटो प्रदर्शनी के माध्यम से नेहरू और गांधी परिवार की बस्तर संभाग में की हुई यात्राओं को चित्रों के माध्यम से प्रदर्शित किया था। इसके अलावा बस्तर काॅफी उत्पादन एवं प्रसंस्करण तकनीक का जीवंत प्रदर्शन, बस्तर कलागुड़ी हस्तशिल्प द्वारा लकड़ी की नक्काशी, जिला प्रशासन के नवाचार थींक-बी से संबंद्ध माम्स फूड, पुलिस विभाग की सामुदायिक पुलिसिंग मनवा नवानार, टसर कोसा से धागाकरण एवं वस्त्र बुनाई, बस्तर फूड फार्म द्वारा महुआ की चाय और अन्य उत्पाद, वन विभाग के ईमली और काजू प्रसंस्करण निर्माण का प्रदर्शन किया।