बालोद प्रदेश व जिला नेतृत्व के निर्देश पर लॉकडाउन व करोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए घरों में रहकर भाजपा कार्यकर्ताओं ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की जयंती मनाई व उन्हें स्मरण कर श्रद्धांजलि अर्पित किए जिला भाजपा कार्यालय में जिला अध्यक्ष कृष्णकांत पवार ने उनके तैल चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित किया उन्हों ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी के चिंतन और विचार आज चौराहे में खड़े विश्व को नया रास्ता प्रदान कर रही है पाश्चात्य देश पूंजीवाद समाजवाद साम्यवाद की चपेट में आ चुके थे सुखी मानव का नारा देकर राजतंत्र का पतन कर पूंजीवाद समाजवाद और साम्यवाद पर आधारित प्रजातांत्रिक शासन तो यूरोप के देशों से आए पर मानव सुखी नहीं हुआ इन विचारों ने मानव विरुद्ध प्रकृति मानव विरुद्ध समाज की युद्ध की प्रकृति की व्यवस्था समाज को दी परिणाम स्वरूप अधिकाधिक उपभोग और
अधिकाधिक उत्पादन की प्रतिस्पर्धा से इस प्रकृति राक्षसी उपभोग प्रारंभ हुआ ऐसे समय में एक महापुरुष ने इस मानव विरुद्ध प्रकृति व समाज की अवधारणा के खिलाफ खड़े हुए आज भारत देश आजादी के बाद भी पाश्चात्य के विचारों की गुलामी को तात्कालिक सरकार स्वीकार कर चुकी थी तब आपने एकात्मता का सूत्र दिया युग ऋषि पंडित दीनदयाल उपाध्याय आपने एकात्म मानववाद का नया रास्ता विश्व को देखकर मानव को सुखी होने का रास्ता बताया साथ ही मानव विरुद्ध समाज- प्रकृति को दो नहीं एक बताकर एकात्मता का रास्ता दिखाया मानव समाज प्राकृतिक दृष्टि पूरा ब्रह्मांड की एकात्मता का सिद्धांत देकर प्रकृति के राक्षसी
उपभोग को रोकने का सूत्र आवश्यकतानुसार उपभोग आवश्यकता अनुसार उत्पादन दिया जिसके लिए मानव समाज कृतज्ञ रहेगा सदैव आपका अनुसरण कर सुखी मानव के निर्माण का सूत्र एकात्म मानववाद को अपनाकर सुखी महामानव का निर्माण कर के संपूर्ण ब्रह्मांड को एकात्मता के सूत्र में पिरोते रहेंगे पंडित जी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अध्यक्ष रहे उन्होंने भारत की सनातन विचारधारा को अनुकूल रूप में प्रस्तुत करते हुए मानववाद की विचारधारा कि वे समावेशी विचारधारा के समर्थक हुए वे मजबूत व सशक्त भारत चाहते थे वे एक साहित्यकार भी थे हिंदी अंग्रेजी में उन्होंने अनेक लेख लिखे पंडित जी कुशल संगठन करता राष्ट्रवादी चिंतक थे भाजपा के सभी पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने अपने घरों में रहकर उनके तैल चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए उन्हें स्मरण किया