दो माह के भीतर 35 मेला बाजार जात्राओं में पहुंचे विधायक जैन

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आदिवासियों की आस्था का दिल से सम्मान करते हैं संसदीय सचिव रेखचंद जैन

सभी गांवों के आदिवासी अपने चहेते विधायक पर लुटाते हैं प्यार

जगदलपुर सर्वधर्म समभाव के सिद्धांत पर चलने वाले संसदीय सचिव एवं जगदलपुर के विधायक रेखचंद जैन के दिल में क्षेत्र के आम लोगों व आदिवासियों के प्रति विशेष लगाव है। वे आदिवासी संस्कृति एवं जन आस्था का पूरा सम्मान करते हैं। सामाजिक और धार्मिक कार्यक्रमों में विधायक रेखचंद जैन की भागीदारी बराबर बनी रहती है। यही वजह है कि दो माह के भीतर श्री जैन अपने विधानसभा क्षेत्र की 35 मेला बाजार जात्राओं में शामिल हुए। बस्तर की पहचान यहां के गांवों में आयोजित होने वाले मेला मड़ई हैं। साल 2023 में होली के बाद के दो माह के भीतर जगदलपुर विधानसभा क्षेत्र की 35 ग्राम पंचायतों में वार्षिक मेला मड़ई बाजार जात्राओं का आयोजन किया गया। विधायक जैन इन सभी जात्राओं में पहुंचे। उन्होंने वहां देवी देवताओं का आशीर्वाद लेकर एकत्रित जन समुदाय से कुशलक्षेम पूछा, उनकी समस्याएं सुनी तथा उन समस्याओं का निदान भी करवाया। मेला बाजार में पहुंचने वाले लोगों ने उन पर जमकर प्यार लुटाया। वे जहां भी पहुंचे ग्रामीण महिलाओं ने परघाकर उनका स्वागत किया। पारंपरिक वाद्य यंत्रों की धुन के बीच उन्हें देव मातागुड़ी तक ले जाया गया। जैन ने इन आस्था केंद्रों में देवी-देवताओं की पूजा की, मेले में आए गुनिया, सिरहा, पुजारियों आदि से भेंकर अपनी धार्मिक मनोवृत्ति का परिचय दिया।

इन गांवों के मेला बाजारों में पहुंचे रेखचंद

बस्तर अंचल में होली के बाद वार्षिक मेला मड़ई और देवी जात्रा का सिलसिला शुरू हो जाता है, जो लगभग दो माह तक चलता है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उनकी सरकार ने स्थानीय देवगुड़ियों व मातागुड़ियों के जीर्णोद्धार की ओर जिस समर्पण भाव से ध्यान दिया, वैसा कभी भी भाजपा शासनकाल के 15 सालों में नहीं हुआ। दो साल तक कोरोना महामारी की वजह से मेला मड़ई और देवी जात्रा का सिलसिला थमा रहा। इस साल क्षेत्र के सभी प्रमुख गांवों में दुगुने उत्साह के साथ यह आयोजन हुआ और विधायक रेखचंद जैन इन सभी गांवों के आयोजनों में शामिल हुए। जैन क्षेत्र के करनपुर, कावापाल, कोलेंग, नगरनार, बम्हनी, धनपूंजी, बालिकोंटा, धनियालूर, उपनपाल, कंगोली, बिलोरी, जीरागांव, आमागुड़ा, लालबाग आमागुड़ा, कवालीकला, पंडरीपानी, खूंटपदर, कालीपुर, कुम्हली, कोपागुड़ा नेगीगुड़ा, कुम्हारपारा, फिरंता बाजार, गरावंड कला, गरावंड खुर्द, लेंड्रा, मांझीगुड़ा, बिरिंगपाल, भेजापदर, कलचा, सिरहागुड़ा, कुलगांव, घाट पदमूर, धरमपुरा, कस्तूरी आदि गांवों में पहुंचे थे। बालिकोंटा, धनियालूर, उपनपाल व कंगोली में एक ही दिन मेला बाजारों का आयोजन हुआ था। इन चारों जगहों पर विधायक श्री जैन ने दोपहर से शाम तक शिरकत की।

सभी जगह हुआ आत्मीय स्वागत

विधायक जैन जिन जगहों के मेला – बाजारों में गए उन सभी जगहों पर उनका आत्मीय स्वागत हुआ। कई गांवों के मेला बाजारों और जात्रा में तो जैन तपती गर्मी के बीच अपने सहयोगियों के साथ पसीने से तरबतर होते हुए वे पहुंचे। गांवों को महिलाओं ने उनकी आरती उतारी एवं पंचायत प्रतिनिधियों व मेला प्रमुखों ने फूलमालाओं से उन्हें लाद दिया। युवाओं में उनके साथ सेल्फी लेने का क्रेज भी खूब नजर आया। विधायक ने किसी को भी निराश नहीं होने दिया। युवाओं के साथ सेल्फी ली तो बड़े-बुजुर्गों के साथ फोटो खिंचवाई। ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान भी मौके पर किया।