- सीएमएचओ ने सिविल सर्जन और बीएमओ को जारी किया आदेश
जगदलपुर जिला चिकित्सालय और जिले के सभी प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में कार्यरत जिला खनिज संस्थान न्यास ( डीएमएफटी ) मद के स्वास्थ्य कर्मियों की सेवाएं यथावत जारी रहेंगी। इस संबंध में मुख्य चिकित्सा एवं जिला स्वास्थ्य अधिकारी ने आदेश जारी कर दिया है। ज्ञात हो कि सबसे पहले स्व. बलिराम कश्यप मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पीटल जगदलपुर प्रबंधन ने अपनी संस्था में कार्यरत डीएमएफटी मद के सभी कर्मियों की सेवाएं 1 जुलाई से समाप्त कर उन्हें काम से निकाल दिया था। इसके बाद जिला चिकित्सालय जगदलपुर और जिले के बकावंड, बस्तर, तोकापाल, नानगुर, लोहंडीगुड़ा, दरभा, बड़े किलेपाल स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में भी कार्यरत डीएमएफटी मद के स्वास्थ्य कर्मियों को हटाने का आदेश जारी कर दिया गया था। इस विभागीय फैसले का छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ ने कड़ा विरोध किया था। संघ के उप प्रांताध्यक्ष एवं बस्तर जिला अध्यक्ष अजय प्रताप सिंह परिहार ने कलेक्टर, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी तथा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर इन कर्मियों को न हटाने की गुजारिश की थी। श्री परिहार ने कहा था कि नौकरी छीन ली जाने से इन कर्मियों के परिवारों के समक्ष आजीविका का संकट पैदा हो जाएगा, रोटी के लाले पड़ जाएंगे और उनके बच्चों की पढ़ाई छूट जाएगी। जिला प्रशासन तथा मुख्य चिकित्सा एवं जिला चिकित्सा अधिकारी ने मानवीय संवेदना का परिचय देते हुए कर्मचारियों को हटाने का फैसला वापस ले लिया है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. चतुर्वेदी ने इस संबंध में जिला चिकित्सालय के सिविल सर्जन एवं अधीक्षक तथा सभी विकासखंड चिकित्सा अधिकारियों को आदेश जारी कर कहा है कि डीएमएफटी मद के कर्मियों को कार्य पर यथावत रखा जाए। इससे कर्मियों में खुशी की लहर दौड़ गई है। इन कर्मियों ने कलेक्टर, जिला पंचायत के सीईओ, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी तथा छ्ग स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के उप प्रांताध्यक्ष व जिला अध्यक्ष अजय प्रताप सिंह परिहार के प्रति आभार व्यक्त किया है। वहीं अजय प्रताप सिंह परिहार ने कहा है कि वे कर्मचारी हित में सदैव आवाज उठाते रहेंगे।