आज राजहरा खदान के 04 यूनियनों ने नियमित एवं ठेका श्रमिकों की समस्यायों को लेकर दल्ली यंत्रीकृत खदान में प्रथम पाली से कार्य को बंद कर दिया और सभी नियमित एवं ठेका श्रमिकों को गेट पर रोक कर उनको अपनी मांगों के बारे में जानकारी दी।जिसपर प्रथम पाली के सभी नियमित एवं ठेका श्रमिकों ने अपना समर्थन दिया। तत्पश्चात 04 यूनियन एटक, भारतीय मजदूर संघ ,इंटक, जनमुक्ति मोर्चा के नेताओं ने सुबह 07 बजे तक दल्ली गेट पर नारेबाजी की और प्रबंधन पर वादाखिलाफी का आरोप भी लगाया, उसके सभी नियमित एवं ठेका श्रमिकों को खदान में अंदर जाने दिया गया किंतु प्लांट को बंद रखा गया ।
और चारों यूनियन के नेताओं ने उपस्थित श्रमिक साथियों को संबोधित किया। सर्वप्रथम एटक के सचिव कमलजीत सिंह मान संबोधित किया और सभी श्रमिकों को एकजुट होकर लड़ने को कहा और कहा हमने पहले भी संगठित होकर बहुत से आंदोलन किये है और उसमें सफलता भी प्राप्त किया है। आज 39 महीने का एरियस की बात हो चाहे खदान में सुरक्षा की बात हो कहीं पर भी प्रबंधन कुछ करती दिखाई नहीं पड़ती है उन्होंने आगे कहा कि यह हमारी सांकेतिक लड़ाई है अगर हमारी जायज मांगों को पूरा नहीं किया जाता है तो फिर आगे ईस आंदोलन को बड़े पैमाने पर किया जायेगा। इसके बाद जनमुक्ति मोर्चा से बसंत रावटे ने अपनी बात करते हुए कहा कि एकजुट होकर श्रमिक हित की लड़ाई में हम पूरी तरह से साथ हैं और आने वाले समय में श्रमिकों की जायज मांगों के लिए हम एकजुट होकर आंदोलन करेंगे। इसके बाद अगली कड़ी में भारतीय मजदूर संघ से मुश्ताक अहमद ने अपनी बात रखते हुए कहा कि आज कि इस हड़ताल में हमारी कुछ मांगे हैं जिसमें प्रमुखता से हमने ठेका श्रमिकों को मिलने वाली मेडिकल सुविधा में प्रबंधन द्वारा की जा रही देरी है।
अनुबंध होने के बाद भी ठेका श्रमिकों को मेडिकल सुविधा का लाभ न मिलना प्रबंधन की लापरवाही है। हितकसा के श्रमिकों को साल भर काम दिया जावे और बारिश में भी कार्य बंद न हो जिसके लिए प्रबंधन ने ठेका तो निकाल दिया है मगर उसमें भी देरी हो रही है,आज प्रबंधन को चाहिए कि प्राथमिकता के इन मुद्दों का समाधान करना चाहिए मगर प्रबंधन की ढुलमुल नीति के कारण आज ये स्थिति निर्मित हुई है। और यह बात भी सोचने वाली बात है कि बीईएम एल में जब भी श्रमिकों की भर्ती की गई है श्रमिकों का शोषण किया गया है मैकेनिक के ठेके में अनस्किलड श्रमिकों की भर्ती करना,08 साल तक कार्य कर चुके श्रमिकों को ट्रैनी कहना और कम वेतन देना श्रमिकों का शोषण करना है।इसके बाद इंटक से अभय सिंह ने कहा कि दासा के आंदोलन को याद करिए किस तरह सबने मिलकर उस लड़ाई को लडा था और सफलता भी प्राप्त किया था। इसलिए सब संगठित होकर लड़ाई लड़ें प्रबंधन को हमारी जायज मांगों को पूरा करना होगा। संबोधन के प्रबंधन ने दल्ली यंत्रीकृत खदान सभागार में बीएसपी प्रबंधन और 04 यूनियनों के साथ बैठक किया और क्रमश सभी मुद्दों पर चर्चा हुई और प्रबंधन ने कहा कि जो मुद्दे ईस बैठक में पूरे किये जा सकते हैं उन्हें अभी तत्काल पूरा किया जावेगा । सबसे पहले ठेका श्रमिकों की मेडिकल सुविधा पर बात हुई जिसपर प्रबंधन ने कहा कि ठेका श्रमिकों को मिलने वाली मेडिकल सुविधा में हो रही देरी को दूर करने के लिए एक कमेटी बनाई गई थी जिसने अपनी रिपोर्ट उच्च प्रबंधन को सौप दिया है और उसमें जो तकनीकी समस्या थी ।
उसे दूर कर दिया गया है अब ठेका श्रमिकों को बिना किसी रोक-टोक के ईसका लाभ मिल सकेगा, दल्ली प्लांट और बीईएम एल के ठेका श्रमिकों के प्रमोशन पर भी चर्चा हुई है जिसपर प्रबंधन ने सकारात्मक रवैया दिखाया है। हितकसा में कार्यरत ठेका श्रमिकों को बरसात में भी काम मिले इसके लिए भी चर्चा हुई जिसपर प्रबंधन ने बताया कि इस दिशा में प्रबंधन द्वारा कार्यवाही की जा रही है जल्द ही ठेका निकाला जावेगा और हितकसा के ठेका श्रमिकों का टेंडर 08 तारीख को खुलेगा तो उसे भी अतिशीघ्र प्रारंभ करवाया जायेगा। तत्पश्चात नियमित कर्मचारियों ने दल्ली यंत्रीकृत खदान में सुरक्षा का मुद्दा उठाया और कहा कि प्रबंधन सुरक्षा के मामले ध्यान नहीं दे रहीं हैं जिसके कारण खदान में छोटे मोटे दुर्घटना होते रहते हैं अगर समय रहते सुरक्षा के समुचित उपाय नहीं किए गए तो कभी भी गंभीर दुर्घटना घट सकती है।आज हुए हड़ताल से 05 घंटे प्रोडक्शन बंद रहा। ईस पूरे आंदोलन में बड़ी संख्या में नियमित एवं ठेका श्रमिकों की उपस्थिति थी और एटक,बी एम एस ,इंटक और जनमुक्ति मोर्चा के बड़ी संख्या में पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित थे।