तकनीकी विवि में फीस वृद्धि के खिलाफ कुलपति का फूंका पुतला

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  •  स्वामी विवेकानंद तकनीकी विवि ने की परीक्षा शुल्क में 50 फीसदी वृद्धि
    जगदलपुर अभाविप बस्तर जिला इकाई के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय प्रशासन भिलाई द्वारा परीक्षा फीस में की गई बेतहाशा वृद्धि के खिलाफ यूनिवर्सिटी के कुलपति का पुतला दहन किया।
    अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद बस्तर के कार्यकर्ताओं ने शासकीय इंजीनियरिंग महाविद्यालय जगदलपुर में छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय भिलाई के कुलपति एमके वर्मा का पुतला जलाया। इस दौरान अभाविप के प्रदेश सहमंत्री एवं बस्तर जिला संयोजक शैलेष ध्रुव ने बताया कि स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा परीक्षा शुल्क जो में सीधे पचास प्रतिशत तक बढ़ोत्तरी करते अब परीक्षा शुल्क को 1376 रुपए कर दिया गया है। पहले यह शुल्क मात्र 800 रू. था। यूनिवर्सिटी प्रशासन का यह कदम छात्र- छात्राओं के हित में नहीं है। स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय के अधीन इंजीनियरिंग कॉलेजों, फार्मेसी कॉलेजों व पॉलिटेक्निक कॉलेजों में अध्ययनरत 50 प्रतिशत से अधिक विद्यार्थी मध्यम वर्गीय परिवारों से आते हैं। ऐसे में परीक्षा फीस में 500 से 600 रुपए तक की बढ़ोत्तरी किसी भी सूरत में न्याय संगत नहीं है। इसके अलावा छात्रों को परीक्षा शुल्क भरने में भी अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। परीक्षा शुल्क भरने के लिए बहुत ही कम समय सीमा निर्धारित की गई है और इसके बाद लेट फीस के नाम से वसूली अलग की जाती है।

एक में जीरो, बाकी में 90 फीसदी अंक
शैलेष ध्रुव ने बताया कि इस विश्वविद्यालय के बहुत सारे होनहार विद्यार्थियों के एक ही विषय में शून्य अंक आया है। जबकि बाकी सभी विषयों में उन्होंने 90 प्रतिशत तक अंक प्राप्त किए हैं। ऐसा पहली बार नहीं हुआ है। पहले भी ऐसी गड़बड़ी होती रही है। साथ ही इंजीनियरिंग कॉलेजों के छात्र – छात्राओं को मेस राशि का भी आवंटन नहीं किया जाता। मेस के लिए विद्यार्थियों से रकम वसूल की जाती है और कुक के पारिश्रमिक के लिए भी विद्यार्थियों से अतिरिक्त राशि ली जाती है। शैलेष ध्रुव ने कहा कि विवि प्रशासन को जल्द से जल्द इन सभी विषयों पर त्वरित कार्यवाही करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि बढ़ाए गए परीक्षा शुल्क को वापस लिया जाए या कम किया जाए। इस दौरान संजय मुखर्जी, ईश्वर, परिवेद, विवेक, अचिंत्य, सौरभ, समेत अभाविप के अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे।