- छात्रावासी 14 बच्चों को खेत में भेज दिया था धान फसल की कटाई करने
- वीडियो सामने आने के बाद कलेक्टर हुए सख्त
- मामला बाआ गंगालूर के आवासीय आश्रम का
अर्जुन झा–
जगदलपुर बस्तर संभाग में आदिम जाति कल्याण विभाग द्वारा संचालित आश्रम, छात्रावासों में रहकर पढ़ने वाले बच्चों को किस कदर मानसिक और शारीरिक यंत्रणा दी जाती है, इसका एक बड़ा उदाहरण संभाग बीजापुर जिले में सामने आया है। इस मामले में बीजापुर कलेक्टर ने सख्त तेवर दिखाते हुए आश्रम अधीक्षक रमेश काडरला को निलंबित कर दिया है।
बीजापुर जिले के जहां के गंगालूर स्थित आवासीय आश्रम के 14 बच्चों को आश्रम अधीक्षक ने खेत में मजदूरी करने के लिए भेज दिया था। खेत में धान की कटाई करते इन बच्चों का किसी शख्स ने वीडियो बनाकर वायरल कर दिया। वीडियो सामने आने के बाद बीजापुर कलेक्टर ने तुरंत कड़ा एक्शन लिया। आश्रम के 14 बच्चों से खेत में मजदूरी कराने के मामले को गंभीर और अक्षम्य मानते हुए कलेक्टर ने आश्रम अधीक्षक रमेश काडरला को निलंबित कर दिया। आश्रम के छोटे- छोटे बच्चों से बाल श्रम करवाने वाले अधीक्षक रमेश काडरला ने चार माह पहले ही आश्रम का कार्यभार सम्हाला था। सूत्रों ने बताया कि शनिवार और रविवार दो दिन गंगालूर के गुन्नापारा के खेत में धान काटते हुए 14 बच्चों का वीडियो मंगलवार को वायरल हुआ था। इस मामले को कलेक्टर ने संज्ञान में लेकर कार्रवाई की है। गंगालूर बालक आश्रम के बच्चों से खेत में धान कटवाने वाले अधीक्षक को कलेक्टर ने निलंबित कर डीईओ कार्यालय में अटैच कर दिया है। छत्तीसगढ़ सिविल सेवा आचरण व नियम के विरुद्ध व दोषी पाए जाने पर कलेक्टर ने कार्रवाई करते हुए अधीक्षक के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश भी दिए हैं।
मदमस्त वनपाल भी सस्पेंड
उधर वन विद्यालय में वन रक्षक भर्ती प्रक्रिया के दौरान शराब के नशे में उत्पात मचाने वाले कोलेंग के वन परिक्षेत्र अधिकारी जीवन लाल नाग पर भी निलंबन की गाज गिरी है। वन मंडलाधिकारी बस्तर ने उच्च अधिकारी को पत्र प्रेषित कर जानकारी दी थी कि 26 नवंबर को वन विद्यालय जगदलपुर में वनरक्षक भर्ती प्रक्रिया के दौरान शारीरिक दक्षता परीक्षा चल रही थी, जहां वन परिक्षेत्र अधिकारी जीवन लाल नाग वर्दी पहने हुए नशे की हालत में पहुंचे थे। श्री नाग द्वारा भर्ती प्रक्रिया में व्यावधान डालते हुए अभ्यर्थियों के साथ अभद्र व्यवहार करने लगे। मौके पर मौजूद विभागीय अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा श्री नाग को मैदान से बाहर किया गया। शासकीय जिला चिकित्सालय महारानी अस्पताल जगदलपुर में जीवन लाल नाग का मेडिकल टेस्ट कराया गया। डॉक्टर द्वारा दी गई रिपोर्ट में श्री नाग के अंडर अल्कोहल इन्फेलुएंस में होना बताया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक श्री नाग ने उस समय शराब पी रखी थी। डीएफओ के प्रस्ताव और मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर प्रधान मुख्य वन संरक्षक व्ही. श्रीनिवास राव ने वनपाल जीवन लाल नाग को निलंबित करते हुए उन्हें वन मंडलाधिकारी दंतेवाड़ा के कार्यालय में अटैच कर दिया है। इसके साथ ही श्री नाग के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई भी की जाएगी।