भारतीय मजदूर संघ के जिला मंत्री मुश्ताक अहमद ने मुख्य महाप्रबंधक खदान को ज्ञापन सौंपकर राजहरा खदान में कार्यरत सुरक्षा गार्डों की समस्याओं का समाधान करने की मांग की है जिला मंत्री ने कहा किआए दिन कुछ ना कुछ समस्या खड़ी हो रही है और यह सब ठेकेदार के द्वारा जानबूझकर किया जा रहा है। ठेकेदार के द्वारा श्रम कानूनों का खुलेआम उल्लंघन किया जा रहा है और स्थानीय प्रबंधन उस पर किसी भी प्रकार की कार्यवाही करने में अपने को अक्षम
बताती है । उनका कहना है कि ठेकेदार द्वारा उनकी बात नहीं मानी जाती है और इस ठेके में उनके द्वारा मनमानी की जा रही है क्योंकि इस ठेके के ऑपरेटिंग अथॉरिटी भिलाई में है इसलिए स्थानीय प्रबंधन किसी भी कार्यवाही के लिए सक्षम नहीं है। और भिलाई के ऑपरेटिंग अथॉरिटी को राजहरा खदान के सुरक्षा गार्ड की समस्या की जानकारी सही समय पर मिल नहीं पाती है और मिलती भी है तो उनके समाधान के लिए उतनी इच्छाशक्ति दिखाई नहीं पड़ती है।जिसका लाभ लेकर ठेकेदार द्वारा यह कह कर लिया जा रहा है कि ईस ठेके की ऑपरेटिंग अथॉरिटी भिलाई की जानकारी में सारा काम किया जा रहा है और उनके आदेश से ही सब कुछ किया जा रहा है।
राजहरा नगर प्रशासन के पास इस ठेके की नियम शर्तो की प्रतिलिपि भी नहीं है और ठेकेदार द्वारा उनको अभी तक दिया भी नहीं गया है। संघ के द्वारा पता करने पर पता चला है कि हर 2 माह में लॉटरी के द्वारा ड्यूटी पोस्ट बदलने के लिए ऑपरेटिंग अथॉरिटी की उपस्थिति में होना है मगर दल्ली राजहरा में ठेकेदार द्वारा छुट्टी के दिन राजहरा आकर बिना किसी अधिकारियों के जानकारी के लॉटरी निकाली जाती है ड्यूटी चार्ज बनाया जाता है जो कि नियम विरुद्ध है और उसमें किसी भी तरह की पारदर्शिता नहीं रह जाती है।
ठेकेदार द्वारा खुलेआम श्रम कानूनों और निविदा के शर्तों का उल्लंघन करते हुए सुरक्षा गार्डों से लगातार दो महीने तक नाइट शिफ्ट में ड्यूटी कराई जा रही है ,साथ ही ठेकेदार द्वारा कुछ सुरक्षा गार्डों को 15 से 20 दिन बाद एक छुट्टी दी जा रही है जिससे सुरक्षा गार्डों का एक हाजिरी का नुकसान हो रहा है।ठेकेदार द्वारा सुरक्षा गार्डों को पेमेंट स्लिप भी नहीं दिया जा रहा है।इन सारी बातों की जानकारी स्थानीय नगर प्रशासक को दी जा चुकी है किंतु वह अपने आप को इस में अक्षम बताते हैं और ऑपरेटिंग अथॉरिटी भिलाई में है बोल कर कुछ भी कर पाने में अपनी असमर्थता जताते हैं,और भिलाई के ऑपरेटिंग अथॉरिटी पर इस पर किसी भी प्रकार की कार्यवाही ना करना ठेकेदार को नियमों का उल्लंघन करने की खुली छूट देना प्रतीत होता है।और उसके बाद बीना किसी रोक-टोक के ठेकेदार का बिल पास करना बहुत सी शंकाओं को जन्म देता है।
संघ ने इसके लिए बीएसपी को लिखित में पत्र लिखकर मांग की है कि राजहरा खदान में कार्यरत सुरक्षा गार्डो का ठेका आने वाले ठेके में राजहरा से निकाला जाए जिससे आए दिन होने वाले समस्याओं से निजात पाया जा सके। और जबतक यह ठेका समाप्त नहीं हो जाता है राजहरा खदान में कार्यरत सुरक्षा गार्ड को हो रही किसी भी प्रकार की समस्याओं के समाधान के लिए राजहरा टाउनशिप नगर प्रशासक को अधिकृत किया जाए।
इसके अलावा भी ईस ठेके में कई विसंगतियां हैं अतः मामले को संज्ञान में लिया जाए और त्वरित निराकरण किया जाये।