जगदलपुर – 24 जनवरी की रात बिनाका मॉल में 2,98,811/-रूपये की हुई थी चोरी बिनाका मॉल की सुरक्षा हेतु जय बालाजी सिक्युरिटी सर्विस को सुरक्षा की जिम्मेदारी दी गई थी मुख्य आरोपी नंदकिशोर बघेल प्लेसमेंट एजेंसी का पूर्व में गार्ड रह चुका है मुख्य आरोपी प्लेसमेंट एजेंसी के सुरक्षा संबंधी व्हाट्सअप ग्रुप में जुड़ा था जिसके माध्यम से गतिविधियों की जानकारी आरोपी को मिलती थी। आरोपियों से 2,71,900/-रूपये बरामद किया गया |
दिनांक 24 एवं 25 जनवरी के दरम्यानी रात बिनाका मॉल में हुये चोरी को सुलझाने में कोतवाली पुलिस को सफलता मिली है। ज्ञात हो कि 24 एवं 25 जनवरी के रात बिनाका मॉल स्थित रिलायस ट्रेड्स नामक संगठन के कैश काउण्टर से 2,98,811/-रूपये चोरी होने की रिपोर्ट प्राप्त हुई थी जिस पर चोरी का अपराध दर्ज कर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री दीपक झा, अति0 पुलिस अधीक्षक ओमप्रकाश शर्मा के मार्गदर्शन एवं नगर पुलिस अधीक्षक हेमसागर सिदार के पर्यवेक्षण में अपराध का अनुसंधान प्रारंभ किया गया। दौरान विवेचना के मामले के संदेही नंदकिशोर बघेल, राजेश कश्यप, एवं प्रभुनाथ कश्यप से संदेह के आधार पर हिरासत में
लेकर पुछताछ किया गया जिस पर तीनों के द्वारा दिनांक 24, 25 मे दरम्यानी रात उक्त घटना को कारित करना स्वीकार किये और संदेही नंदकिशोर बघेल जो बिनाका मॉल में सुरक्षा हेतु नियुक्त जय बालाजी सिक्युरिटी सर्विस का गार्ड था जो पिछले एक साल से नौकरी छोड़ दिया है किंतु बिनाका मॉल के सुरक्षा में लगे प्लेसमेंट एजेंसी के व्हाट्सअप ग्रुप में जुड़ा था और मॉल के गतिविधियों की जानकारी उसे मिलते रहती थी जिसने घटना को कारित करने के उद्देश्य से अपने साथी राजेश कश्यप और प्रभुनाथ कश्यप को बिनाका मॉल के पास बुलाया और खुद नंदकिशोर बघेल मॉल के एमरजेंसी एग्जीट के रास्ते से अंदर जाकर रिलायंस ट्रेड्स के कार्यालय में जाकर लॉकर के चाबी के माध्यम से लॉकर खोलकर चोरी कर लेना तत्पश्चात अन्य आरोपी राजेश कश्यप व प्रमनाथ कश्यप के साथ मौके से फरार होकर बीजापुर की ओर भाग जाना बताया। मामले में आरोपियों के कब्जे से कुल 2,71,900/-रूपये बरामद कर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। मामले को सुलझाने वाले अधिकारी/कर्मचारियों को पुलिस अधीक्षक महोदय द्वारा 10,000/-रूपये नगद ईनाम भी दिया गया है।
महत्वपूर्ण भूमिका अदा करने वाले अधिकारी/कर्मचारी-उनि0 पीयूष बघेल, सउनि0 नीलाम्बर नाग, प्रआर0 चोवादास गेंदले एवं आरक्षक भुपेन्द्र नेताम, लंबोदर मौर्य ।