बीजापुर:– शनिवार को बीजापुर जिले में नक्सलियों ने दो बड़ी घटनाओं को अंजाम दिया है हालांकि एक घटना में पुलिस के जवान बाल बाल बचे हैं परंतु वहीं दूसरी ओर तररेम थाना क्षेत्र में हुए एक हमले में डीआरजी सीआरपीएफ और कोबरा बटालियन के 8 जवानों के शहादत की खबर आ रही है जबकि 30 से अधिक जवान घायल बताए जा रहे हैं और साथ ही 10-15 नक्सलियों के मारे जाने की सुचना है |
शहीद हुए जवान
मिली जानकारी के अनुसार सुकमा और बीजापुर से करीब 15 सौ जवानों की एक संयुक्त टीम को बटालियन नंबर वन के कमांडर हिड़मा के मौजूदगी की खबर के बाद ऑपरेशन के लिए भेजा गया था जिसमें से 2 दिन के ऑपरेशन के बाद वापस लौट रहे जवानों पर नक्सलियों ने हमला कर दिया इस हमले में डीआरजी के दो, बस्तर बटालियन के दो और कोबरा बटालियन के 1 जवान समेत 7 जवानों के शहादत की खबर है जबकि 30 से अधिक जवान घायल बताए जा रहे हैं वहीं दूसरी ओर जिला मुख्यालय से 14 किलोमीटर दूर चेरपाल के समीप स्थित मोदीपारा में माओवादियों द्वारा लगाए गए एक आईडी को चेरपाल में पदस्थ सीआरपीएफ के जवानों द्वारा निष्क्रिय कर माओवादियों के मंसूबों पर पानी ही नहीं फेरा बल्कि एक बड़े हमले को डाल दिया बताया जा रहा है कि माओवादियों के बटालियन नंबर 1 के कमांडर हिड़मा की मौजूदगी की खबर के बाद सुकमा और बीजापुर से जवानों के एक संयुक्त टीम को नक्सल ऑपरेशन के लिए रवाना किया गया था जिसके बाद ऑपरेशन से लौट रहे जवानों पर माओवादियों ने हमला कर दिया इस हमले में 5 जवानों के शहीद होने और 30 से अधिक जवानों के घायल होने की खबर मिल रही है इस मामले में डीजे ने घटना की पुष्टि करते हुए 8 जवानों के शहीद होने और 12 जवानों के घायल होने की पुष्टि की है |
जवानों के शव और घायल जवानों को रेस्क्यू करने के लिए हेलीकॉप्टर भी भेजे गए
करीब चार से पांच घंटे चली मुठभेड़ शाम 5 बजे तक खत्म हो गई। इसके बाद बैकअप के लिए एक्स्ट्रा फोर्स भेजी गई है। वहीं, शहीद जवानों के शव और घायल जवानों को रेस्क्यू करने के लिए हेलीकॉप्टर भी भेजे गए। शाम तक मुठभेड़ के बारे में आधिकारिक जानकारी दिए जाने की उम्मीद है। शहीद जवानों का पोस्टमार्टम रविवार को होगा।
छत्तीसगढ़ में 10 दिन के अंदर यह दूसरा नक्सली हमला है। इससे पहले 23 मार्च को हुए हमले में भी 5 जवान शहीद हुए थे। यह हमला नक्सलियों ने नारायणपुर में IED ब्लास्ट के जरिए किया था। तर्रेम थाने से CRPF, DRG, जिला पुलिस बल और कोबरा बटालियन के जवान संयुक्त रूप से सर्चिंग पर निकले थे। इसी दौरान दोपहर में सिलगेर के जंगल में घात लगाए नक्सलियों ने हमला कर दिया। इस पर जवानों की ओर से भी जवाबी कार्रवाई की गई।