जगदलपुर… समूचा बस्तर जिला इन दिनों कोविड-19 महामारी से जूझ रहा है जिले के अलग-अलग क्षेत्रों से लगातार संक्रमण की खबरें आ रही हैं वहीं दूसरी ओर बस्तर जिला प्रशासन भी अपने जिले के रहवासियों को इस वैश्विक महामारी से बचाने लगातार प्रयास कर रही है विशेषकर बस्तर कलेक्टर रजत बंसल बस्तर जिले के लिए दिन रात मेहनत करते दिखाई दे रहे हैं लेकिन बस्तर जिला प्रशासन के मुखिया के कोरोना मरीजों के लिए व्यवस्थाओं को सुधारने के अथक प्रयासों के बावजूद भी उनके अधीनस्थ अधिकारी व्यवस्थाओं को बिगाड़ने में लगे हुए हैं संक्रमण के इस दौर में गंभीर लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों की वजह से बस्तर जिला प्रशासन की छवि भी धूमिल हो रही है |
दरअसल कोविड-19 महामारी से संक्रमित मरीजों के लिए बनाए गए धरमपुरा सेंटर में इन दिनों प्रभारी अधिकारी की लापरवाहीयों की वजह से मरीज ज्यादा परेशान नजर आ रहे हैं मरीजों ने अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए बताया कि प्रतिदिन कमरों के अंदर और अस्पताल परिसर की साफ सफाई करने को कहा जाता है मरीजों से कहा गया कि अपना कचरा खुद साफ करो यहां कोई तुम्हारा सगा संबंधी नहीं बैठा है और मना करने पर उन्हें झाड़ू लगाने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ने की बेतुकी बात कही जाती है भर्ती मरीजों ने बताया कि उन्होंने आज तक डॉक्टर को नहीं देखा है लगातार लापरवाही की वजह से मरीजों का मनोबल गिर रहा है वही घटिया स्तर के भोजन और नाश्ते की व्यवस्था के चलते मरीजों में लगातार शारीरिक कमजोरी देखी जा रही है उन्हें उपलब्ध कराए जा रहे खाने में कीड़े निकल रहे हैं आधे पके चावल चावल और कच्ची रोटियों की वजह से उनकी सेहत लगातार गिर रही है और मजबूरन उन्हें दिए गए खाना को अस्पताल परिसर में विचरण कर रहे गाय और कुत्तों को देना पड़ रहा है नाश्ते में पोहा के नाम पर बासी चावल की फ्राई मरीजों को दी जा रही है |
घटिया स्तर की भोजन व्यवस्थाओं के चलते मरीजों का हाल लगातार बदहाल हो रहा है वहीं भर्ती मरीजों की सुध लेने वाला कोई नहीं है प्रभारी अधिकारी सिर्फ व्यवस्था सुधारने की बात करते हैं जो सिर्फ दिखावा साबित हो रहा है सेंटर में भर्ती मरीजों ने स्थानीय विधायक और सांसद के अलावा बस्तर कलेक्टर से निवेदन करते हुए कहा कि जल्द से जल्द व्यवस्थाओं को सुधारने के लिए प्रभारी अधिकारी को निर्देशित करें और भोजन व्यवस्था में सुधार हेतु अच्छे और जिम्मेदार कर्मचारी की नियुक्ति की जाए |