Breaking कमरे में जबरन ठुंसा मवेशियों को, रातभर तड़पती रही सुबह मिले 47 गायों के शव

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गाँव में नहीं है सरकारी गौठान

गाँव के कुछ लोगों ने कमरे को बना रखा था कांजी हाउस

कमरे में खिड़की व दरवाजे बंद होने से गायों का दम घुटा

तखतपुर – गायों को बचाने और सुरक्षित रखने की सरकारी योजनाओं के बीच तखतपुर के मेड़पार गांव में 14 गायों की मौत हो गई. यहाँ सरपंच की शह पर कुछ लोगों ने पुराने और जर्जर पंचायत भवन दर्जनों गायों को ढूंस दिया था. भवन के खिड़की-दरवाजे बंद थे. रातभर में दम घुटने से 47 गायों की जान चली गई. तीन अधमरी हो चुकी थी. सुबह ग्रामीण गायों को छुड़वाने पहुंचे, तो घटना का खुलासा हुआ. सुबह खबर फैलते ही अफसर नेता और जनप्रतिनिधि मौके पर पहुंचने लगे. मामले में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. कलेक्टर ने एडीएम की अगुवाई में चार सदस्यीय जांच टीम बनाई है, जिम्मेदारों पर एफआईआर भी कराई गई है. जर्जर भवन में मवेशियों को रखकर उन्हें छोड़ने के एवज में पैसे वसूले जाते थे. कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने भी सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. जिले में 97 गोठान संचालित हैं और 288 निर्माणाधीन हैं. तखतपुर के मेड़पार में न तो गोठान है और न ही ऐसी कोई योजना है.

सीएम ने कहा-गंभीर मामला

सीएम ने कहा-गंभीर मामला सीएम भूपेश बघेल ने कलेक्टर डाँ सारांश मित्तर से फोन पर घटना की जानकारी ली और कहा कि यह गंभीर मामला है, उन्होंने इसे गंभीरता से लेते हुए हुए दोषियों पर कार्रवाई करने के लिए कहा. इधर कलेक्टर डॉ मित्तर ने एडीएम की अगुवाई में जांच के लिए चार सदस्यीय टीम गठित कर दी है. टीम में संयुक्त संचालक पशु चिकित्सा से चार उपसंचालक कृषि और कोटा एसडीएम शामिल है, कलेक्टर नरीमने को तीन दिनों में जांच कर रिपोर्ट पेश करने को कहा है.

कलेक्टर के आदेश के बाद जिम्मेदारों पर FIR

जिम्मेदारों पर एफआईआर कलेक्टर के आदेश के बाद एसपी ने मवेशियों की मौत केमामले में दोषियों के खिलाफ एफआईआरका आदेश दिया है. इधर कलेक्टरने मवेशियों केमालिकाको मुआवजादेने की बात कही हे.हिरी थाने में दोषियों के खिलाफ पश क्रूरता अधिनिमयम की धारा 13 के अलावा आईपीसी की धारा 429 के तहत केस दर्ज किया गया है |

क्या कहती है पोस्टमार्टम रिपोर्ट

तीन का पोस्टमॉर्टम पशु चिकित्सकों ने तीन मवेशियों का पोस्टमार्टम किया तो दम घुटने से मौत की वजह आई इनकी पीएम रिपोर्ट के आधार पर बाकी 45 मवेशियों की मौत की वजह भी याही मानी जा रही हे छोटे से कमरे में बंद होने और आक्सीजन नहीं मिलने से मवेशियों की मौत हुई है. कमरे में मवेशियों के चलने के लिए जगह भी नहीं थी.