अयोध्या विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष और कमिश्नर एमपी अग्रवाल की अध्यक्षता में ये मीटिंग आयोजित की गई। इस बैठक में राम मंदिर के 274110 वर्ग मीटर के ओपन एरिया और लगभग 13000 वर्ग मीटर के कवर्ड एरिया का नक्शा पास हो गया है। खास बात ये है कि इस 13000 वर्ग मीटर के कवर्ड एरिया में ही राम मंदिर बनेगा।
अयोध्या विकास प्राधिकरण बोर्ड से मानचित्र की मंजूरी के बाद अब प्राधिकरण जरूरी शुल्क जमा करने के लिए ट्रस्ट को पत्र जारी करेगा। ट्रस्ट उसी के बाद धनराशि जमा करेगा। धनराशि जमा होने के बाद ही प्राधिकरण स्वीकृत नक्शा ट्रस्ट को सौंपेगा।
राम मंदिर ट्रस्ट को विकास शुल्क के साथ-साथ अनुरक्षण शुल्क पर्यवेक्षण व लेबर सेस भी देना होगा। लगभग पांच करोड़ रुपए विकास शुल्क व अन्य शुल्क भी सरकार को देना होगा।