बाफना ने वर्षो के कार्यकाल में कितने बार इस ज्वलंत गंभीर मसले पर अपने आकाओं से वार्तालाप या चर्चा सहित अब तक क्या समाधान निकाला….. पूछता है बस्तर – राजीव शर्मा
बस्तर की जनता को स्वास्थ्य लाभ से वंचित करने का षड्यंत्र करने तथा महारानी अस्पताल को उजाड़ने की साजिश रचने वाले राजनैतिक लाभ के लिए सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल का मचा रहे हल्ला….
संगठन को लेकर अपने आपको अनुशासित कहने वाली भाजपा व्यक्ति विशेष के पीछे चलने को हुई मजबुर…. मुद्दाविहीन भाजपा बस्तर में अपना अस्तित्व पूर्ण रूप से खो चुकी है…..
अपने कर्तव्यों, जिम्मेदारियों और दायित्वों का निर्वहन कर पाने में असफल पूर्व विधायक अब केवल सुर्खियां बटोरने के लिए पद की प्राप्ति का सपना सँजोये कर रहे यात्रा….
पदयात्रा का क्षेत्रवासियों पर कोई असर नही, भाजपा को चुनावी वर्ष में हुआ जिम्मेदारियों का एहसास और निकल पड़े अपनी खोई जमीन तलाशने….
पूर्व विधायक सन्तोष बाफना की जन आक्रोश पदयात्रा पर अपनी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए बस्तर जिला कांग्रेस कमेटी शहर अध्यक्ष राजीव शर्मा ने बाफना व भाजपा के द्वारा सुपर स्पेशियालिटी अस्पताल निर्माण के नाम पर पदयात्रा को महज एक चुनावी स्टंट बताया। शर्मा ने कहा कि आठ वर्षों से केंद्र में भाजपा की सरकार है और वर्षों तक विधायक रहने के बाद केंद्र सरकार पर दवाब नहीं डाल पाए चुनावी वर्ष को देखते हुए सुर्खियों में बने रहने के लिए पद प्राप्ति हेतु यह पदयात्रा की है। शर्मा ने कहा कि विगत कई वर्षों से क्षेत्र की जनता अस्पताल निर्माण की बाट जोह रही है 23 हजार करोड़ का इस्पात संयंत्र खड़ा हो गया लेकिन ढाई सौ करोड़ की लागत से निर्माण किये जाने वाले इस अस्पताल की आज तक नींव नहीं रखी जा सकी, शर्मा ने कहा कि विनिवेशिकरण के लिए तय सेवा शर्तों में पुनर्वास नीति के पालन की अनिवार्यता शामिल है लेकिन सुपर स्पेशियालिटी अस्पताल, खेल परिसर आदि पुरानी घोषणाओं का क्रियान्वयन अब तक नहीं हो सका जो बस्तर के लिए बेहद ही दुर्भाग्यजनक है इसके कारण क्षेत्र की जनता को आशंका है कि केंद्र सरकार द्वारा विनीवेशीकरण के बाद इन घोषणाओं को भुला दिया जाएगा तथा क्षेत्र के परिक्षेत्रीय विकास का एनएमडीसी का वादा भी अधूरा व लम्बित रह जायेगा। पूर्व विधायक अपने आलाकमान के समक्ष बस्तरवासियों के हित में इस ज्वलन्त समस्या पर चर्चा कर निदान कराने का पहले साहस जुटाएं और अपनी सरकार से इस गंभीर मसले पर निर्णायक कदम सहित क्रियान्वयन का दबाव बनाएं। पूर्व विधायक तो मात्र स्मृति लोप के शिकार हैं जिस विधायक के कार्यकाल में बस्तर जिले खासकर जगदलपुर जनता की जीवनदायिनी महारानी अस्पताल में तालाबंदी कर दिया व शहर की लाखों गरीब जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया गया अब वही लोग ग्रामीण जनता को सब्जबाग दिखा रहें हैं। श्री शर्मा ने आगे कहा कि केंद्र सरकार की उपक्रम नेशनल मिनरल डेवलपमेंट (एनएमडीसी) के अधिकारियों को 10 दिसंबर 2022 के दिन बीजापुर में हुए प्राधिकरण की बैठक में बस्तर विकास प्राधिकरण अध्यक्ष लखेश्वर बघेल व बस्तर जिले के प्रभारी मंत्री कवासी लखमा ने 26 जनवरी तक का अल्टिमेटम दिया है अब इसका असर भी दिखने लगा है इसका झूठा श्रेय लेने के लिए पूर्व विधायक बाफना अब शिगुफा छोड़ रहें है। शर्मा ने कहा कि जिन्होंने अपने कार्यकाल में बस्तर की जनता को स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित रखने में कोई कसर नहीं छोड़ी उनके द्वारा स्वास्थ सेवाओं को लेकर इस तरह का आंदोलन अंधेरे में काली बिल्ली ढूंढने के समान है जिसे बस्तर की जनता भलीभांति पूर्वक समझती है, वह भाजपा के इस झूठे छलावे में अब आने वाली नही है।