कवर्धा – छत्तीसगढ़ शासन की बात करें तो यहाँ लगातार अपराध प्रवृत्ति बढ़ते ही जा रहा है दुष्कर्म जैसे अपराध तो आये दिन सुनने को मिल रहे है साथ ही यहाँ आम जनता भी सुरक्षित नहीं है कभी गुंडों मवालिओं के हत्थे चढ़ रहे है या फिर जो जनता की सुरक्षा में लगे हुए है उन्हें
भी कभी डंडे चलाने का मौका मिलता है तो वे भी पीछे नहीं हटते | ऐसी ही कवर्धा की एक घटना जहाँ नवरात्रि के समय धारा 144 लगा हुआ था और एक युवक बात करते करते बाहर निकाल गया जिसे पुलिस वाले देखते ही डंडे बरसाना शुरू कर दिया और जब उसका भाई जो कि पत्रकार है जब अपने भाई को छुडवाने आया वह भी पुलिस डंडे का शिकार हो गया | उस समय पुलिस वालों को कुछ भी नहीं दिखता |
प्राप्त जानकारी के अनुसार कवर्धा में नवरात्र में कोविड महामारी को लेकर धारा 144 लागू है घटना कवर्धा के गायत्री चौक का है | पीड़ित पत्रकार रोशन दास मानिकपुरी का भाई संदीप गायत्री चौक में ही किराए के मकान में रहता है। 24 अक्टूबर की शाम को वह फोन में बात करते-करते घर से बाहर निकल गया। जिसके बाद वहां मौजूद पुलिस उसकी कथित रूप से
पिटाई करती है, इसी दौरान बीच-बचाव के लिए उसका भाई पत्रकार रोशन दास मानिकपुरी वहां पहुंचता है। जिसके बाद प्रशिक्षु डीएसपी परिहार द्वारा उसे 4-5 ताबड़तोड़ तमाचे जड़ दिए जाते हैं। जिससे वह टकराकर गाड़ी से टकरा जाता है। उसके बाद पुलिस उसे गाड़ी में बैठा कर थाने ले जाती है।