- बस्तर दशहरा आयोजन के पूर्व की रस्म अदायगी
जगदलपुर. छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध बस्तर दशहरा उत्सव विधिवत मनाने की अनुमति काछन गादी देवी ने राज परिवार को दे दी। इस विधान का साक्षी बनने शनिवार को सैकड़ों लोग भंगाराम चौक स्थित काछनगुड़ी मंदिर पहुंचे थे। छः साल की बच्ची पीहू ने कांटों से सजे झूले पर सवार होकर काछनदेवी के रूप में बस्तर राज परिवार के सदस्य कमलचंद्र भंजदेव को प्रसाद भेंटकर बस्तर दशहरा धूमधाम से मनाने का आशीर्वाद दिया।
इसके बाद लोगों ने एक – दूसरे को बस्तर दहशरा की बधाई दी। इस अवसर पर बस्तर दशहरा समिति के अध्यक्ष एवं सांसद दीपक बैज, संसदीय सचिव रेखचंद जैन, नगर निगम सभापति कविता साहू, कलेक्टर चंदन कुमार, सांसद प्रतिनिधि सुशील मौर्य, अवधेश झा, अनुराग महतो, मांझी, चालकी समेत बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।बस्तर दशहरा आयोजन से पूर्व हर साल पथरागुड़ा मार्ग पर भंगाराम चौक के समीप स्थित काछनगुड़ी में काछनगादी विधान संपन्न कराया जाता है। बस्तर दशहरा की शुरूआत काछन देवी की अनुमति के बगैर नहीं हो सकती। काछनगुड़ी रस्म में एक बच्ची काछनदेवी के रूप में कांटों के झूले पर सवार होकर महाराजा को प्रसाद भेंट करती और दशहरा मनाने की अनुमति देती है। इस साल मारेंगा गांव निवासी पनका समुदाय की बच्ची पीहू काछन देवी के रूप में झूले पर सवार हुई थी.